पूरा अध्याय पढ़ें
मूर्छा खाते समय मैं पृथ्वी की छोर से भी तुझे पुकारूँगा,
हे परमेश्वर, मेरा चिल्लाना सुन,
क्योंकि तू मेरा शरणस्थान है,