पूरा अध्याय पढ़ें
मैं मौन धारण कर गूँगा बन गया,
मैंने कहा, “मैं अपनी चालचलन में चौकसी करूँगा,
मेरा हृदय अन्दर ही अन्दर जल रहा था।