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वह ऊन और सन ढूँढ़ ढूँढ़कर,
वह अपने जीवन के सारे दिनों में उससे बुरा नहीं,
वह व्यापार के जहाजों के समान अपनी भोजनवस्तुएँ दूर से मँगवाती है।