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और लिआ की दासी जिल्पा के भी याकूब से एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
जब लिआ ने देखा कि मैं जनने से रहित हो गई हूँ, तब उसने अपनी दासी जिल्पा को लेकर याकूब की पत्नी होने के लिये दे दिया।
तब लिआ ने कहा, “अहो भाग्य!” इसलिए उसने उसका नाम गाद रखा।