प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 27:28
रोम की यात्रा
प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 27:28
थाह लेकर उन्होंने बीस पुरसा गहरा पाया और थोड़ा आगे बढ़कर फिर थाह ली, तो पन्द्रह पुरसा पाया।
आसन्न आयतें
पिछली आयत
प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 27:27
जब चौदहवीं रात हुई, और हम अद्रिया समुद्र में भटक रहे थे, तो आधी रात के निकट मल्लाहों ने अनुमान से जाना कि हम किसी देश के निकट पहुँच रहे हैं।
अगली आयत
प्रेरितों के कामों का अनुसार (Preriton Ke Kamo Ka Anusar) 27:29
तब पत्थरीली जगहों पर पड़ने के डर से उन्होंने जहाज के पीछे चार लंगर डाले, और भोर होने की कामना करते रहे।